राजधानी दिल्ली में अस्पताल और सरकार की ओर से घोषित कोरोना से मौत के आंकड़ों पर पिछले कुछ दिन से सवाल उठ रहे हैं। भास्कर ने भी मौत के आंकड़ों पर सवाल खड़े किए थे। अस्पताल और सरकार के अलग-अलग आंकड़ों पर सवाल न उठें, इसके लिए सरकार ने रास्ता निकाल लिया है। हेल्थ बुलेटिन से अस्पतालों में हुईं मौतों के आंकड़ों को हटा दिया है। गुरुवार को जारी हुए दिल्ली सरकार के हेल्थ बुलेटिन में एक बड़ा बदलाव दिखाई दिया। यह था अस्पतालों में हुईं डेथ का आंकड़ा नहीं था बुलेटिन से हटा दिया।
बुलेटिन में कुल डेथ तो बताई गईं लेकिन यह नहीं बताया गया कि किस अस्पताल में कितनी डेथ हुईं, जबकि बुधवार तक की रिपोर्ट में यह जानकारी थी। अस्पतालों में हुईं डेथ की जानकारी हटाने से मौत के आंकड़ों पर सवाल उठाना थोड़ा कठिन हो जाएगा। दिल्ली सरकार ने गुरुवार को बुधवार रात 12 बजे तक के आंकड़ों की जानकारी दी। बुलेटिन के मुताबिक कोरोना से मौत का कुल आंकड़ा बढ़कर 115 पहुंच गया है। बुधवार की रिपोर्ट के मुकाबले गुरुवार को 9 मौत और जुड़ी हैं। यह मौत ऑडिट कमेटी ने डिक्लेयर की हैं। हालांकि 24 घंटे में कोरोना से कोई मौत नहीं हुई।
हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक कोरोना के मामले बढ़कर 8470 पहुंच गए हैं। पिछले 24 घंटे में 472 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई। यह अब तक की सबसे ज्यादा तादाद है। इससे पहले 7 मई को 24 घंटे में 448 मरीजों की पहचान हुई थी। वहीं 24 घंटे में 187 मरीज ठीक होकर अपने घर भी गए। ठीक होने वालों का आंकड़ा भी 3045 हो गया है। कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 5310 है। बुलेटिन के मुताबिक अस्पतालों में 1607 मरीज भर्ती हैं। इसमें 145 आईसीयू और 121 वेंटीलेटर पर हैं। मैक्स, साकेत में सबसे ज्यादा 32 मरीज आईसीयू में हैं। वेंटीलेटर पर सबसे ज्यादा एम्स में 16 मरीज हैं। बुधवार तक सरकार ने 106 मौत बताई थीं। इनमें से 86 मौत कोविड अस्पतालों में हुईं, जबकि 20 मौत अन्य अस्पतालों में हुईं।
आरएमएल के डॉक्टर्स मेस में काम करने वाले 4 कर्मचारी पॉजिटिव
केंद्र सरकार के राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉक्टर मेस में काम करने वाले 4 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इन सभी कर्मचारियों को हल्के लक्षण हैं और आइसोलेशन में रखा गया है। इससे पहले अस्पताल के 22 स्वास्थ्यकर्मी भी कोरोना इंफेक्शन की चपेट में आ चुके हैं। इनमें सबसे पहले संक्रमित हुए दो डॉक्टर ठीक होने के बाद काम पर भी लौट चुके हैं। कर्मचारियों के संपर्क में आने वाले 16 अन्य कर्मचारियों को चिह्नित कर इन्हें क्वारेंटाइन किया गया है।
^अभी तक सरकार अस्पतालों में कोरोना से मौत की डिटेल दे रही थी, मौत की संख्या अधिक आने लगी तो दिल्ली सरकार ने डेथ रिर्पोट के कॉलम से अस्पतालों का नाम हटा दिया। सरकार को सभी अस्पतालों में हुईं कोरोना से मौतों का सही आंकड़ा जनता को देना चाहिए, जिससे जनता कोरोना से हुई मौतों से सबक ले और महामारी के संक्रमण के संपर्क में आने से खुद बच सके।
- मनोज तिवारी, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा
^केजरीवाल बताएं कि दिल्ली सरकार ने जनता से कोराेना का सुझाव लिया था, उसमें क्या दिल्ली की जनता ने सुझाव दिया था कि कोरोना से हुई मौत के आंकड़ों से अस्पताल का नाम हटा दें? केजरीवाल सरकार लगातार माैत के मामलों पर दिल्ली की जनता से झूठ पर झूठ बोल रही है, लगातार मौत के आंकड़ों को छिपा रही है।
- अनिल चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस
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दैनिक भास्कर,,1733
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