इंग्लैंड में कोरोना के आए नए स्वरूप को लेकर दिल्ली सरकार ने संक्रमण को रोकने की तैयारी तेज कर दी है। दिल्ली सरकार ने मंगलवार को इंग्लैंड से दिल्ली आने वाले यात्रियों की घर-घर जाकर जांच शुरू कर दी है। स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने बताया कि पिछले 10 दिनों में इंग्लैंड से दिल्ली आए यात्रियों को ट्रेस कर उनकी जांच की जा रही है।
सभी यात्रियों का डोर टू डोर ट्रेसिंग करके जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि हमें इससे घबराने की जरूरत नहीं है। जैन ने कहा कि अब जो भी फ्लाइट विदेश से आएंगी, उसमें आने वाले सभी लोगों की पहले जांच होगी और जो लोग आ चुके है, उनके घर जाकर मेडिकल टीम उनकी जांच करेगी।
दिल्ली सरकार ने इससे बचाव की रणनीति तैयार की है। सतेन्द्र जैन ने कहा कि यदि हम दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए मास्क पहनते हैं, तो कोरोना के कितने भी स्वरूप आ जाएं, हम उससे सुरक्षित रह सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना का यह नया स्वरूप काफी तेजी से फैल रहा है, इसलिए हमें पहले से भी ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है। इंग्लैंड में इस वायरस ने काफी हड़कंप मचा दिया है।
इंग्लैंड में रोजाना आ रहे 30 हजार मामले
जैन ने कहा कि अगर हम इसके आंकड़े देखें, तो जहां इंग्लैंड में रोजाना 5000-6000 केस आ रहे थे, वो अब बढ़कर प्रतिदिन 30,000 तक पहुंच गया है। इससे इस बात का अंदाजा लगता है कि यह संक्रमण कितनी तेजी से फैल रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि पहले भी मार्च में विदेश से आने वाली फ्लाइट के कारण ही देश में कोरोना संक्रमण फैला था। इस बात को ध्यान मे रखते हुए सीएम ने ब्रिटेन से आने वाली फ्लाइट पर पाबंदी लगाने की अपील की थी।
देश में ही बन रही वैक्सीन
जैन ने कहा कि वैक्सीन कहीं बाहर से नहीं आएगी, बल्कि हमारे देश में ही बन रही है और जैसे ही वैक्सीन आ जाएगी, हम टीकाकरण का कार्य शुरू कर देंगे। उन्होंने कहा कि हमें बस वैक्सीन का इंतजार है, बाकी हमारी सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। एक सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह वैज्ञानिक और विशेषज्ञ ही बता पाएंगे कि जो वैक्सीन तैयार की गई है उससे इस नए कोरोना स्वरूप से बचाव हो पाएगा या नहीं।
दयानंद अस्पताल में 4 दिन में नहीं आया कोई कोरोना का मामला
दिल्ली में कोरोना को लेकर दो अच्छी खबर है। पहली ये कि राजधानी में रोजाना आने वाले कोरोना के नए मामले एक बार फिर से 1000 से नीचे आ गए हैं और दूसरी ये कि अब कुछ अस्पतालों में पिछले कुछ दिनों से पॉजिटिविटी रेट शून्य तक पहुंच गया है। पूर्वी दिल्ली नगर निगम के स्वामी दयानंद अस्पताल ने कोरोना को लेकर बहुत उत्साहजनक संकेत दिए हैं। य
हां लगातार पिछले 4 दिनों में कोरोना का कोई भी संक्रमित मरीज सामने नहीं आया है। अस्पताल की मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ रजनी खेडवाल का कहना है कि सोमवार को अस्पताल में ओपीडी में आने वाले 924 मरीजों का रैपिड एंटीजन टेस्ट किया गया, जिसमे से एक भी संक्रमित मरीज सामने नहीं आया। उनका कहना है कि बीते गुरुवार को करीब 700 टेस्ट के बाद पहली बार कोई भी संक्रमित नहीं मिला था, जो सिलसिला सोमवार तक जारी रहा।
यूके से आने वालों का एयरपोर्ट पर ही आरटी-पीसीआर टेस्ट
नया कोरोना वेरिएंट मिला तो सेपरेट आइसोलेशन में रहना अनिवार्य
कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर दिल्ली के इंदिरा गांधी आईजीआई एयरपोर्ट पर सरकार ने एसओपी जारी कर दी है। इसके बाद दिल्ली सरकारें भी अलर्ट मोड पर हैं। दिल्ली सरकार के निर्देश पर यूके से आए लोगों का एयरपोर्ट से उतरते ही आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जा रहा है।
एयरपोर्ट पर मौजूद एसडीएम का कहना है कि आरटी-पीसीआर टेस्ट में जिस यात्री को नया कोरोना वेरिएंट मिला तो सात दिनों तक सेपरेट आइसोलेशन में रहना अनिवार्य होगा। ब्रिटेन में कोरोना के नए स्ट्रेन के कारण पूरी दुनिया में हड़कंप मचा हुआ है। यूके से किसी भी उतरने वाले यात्री आरटी-पीसीआर टेस्ट करा कर रिर्पोट पॉजेटिव आने पर इंस्टीट्यूशनल आइसोलेशन फैसिलिटी में रहना होगा। इसमें राज्य की हेल्थ अथॉरिटी को नजर रखनी होगी।
इनके सैंपल भी पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी या फिर किसी उपयुक्त लैब में भेजने के निर्देश दिए हैं। अगर टेस्टिंग में नया स्ट्रेन मिलता है तो सेपरेट आइसोलेशन जारी रहेगा।
भारत सरकार ने एयरलाइंस कंपनियों को भी एसओपी के तहत यह सुनिश्चित करने को कहा है कि चेक-इन से पहले यात्रियों की जानकारी देश के एयरपोर्ट पर साझा करनी होगी। इसके लिए सभी एयरपोर्ट आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट आइसोलेशन समेत सभी सुविधाएं एयरपोर्ट पर ही मुहैया कराई जाएंगी।
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दैनिक भास्कर,,1733
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