स्थानीय थाना क्षेत्र के देवपुरा पंचायत के इटहरी गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय के गेट पर ताला जड़कर ग्रामीणों ने हंगामा किया। करीब डेढ़ से दो घंटे तक शिक्षकों से बहस चली। ग्रामीणों ने स्कूल पर पहुंचे सभी शिक्षकों को बाहर कर दिया और रजिस्टर को अपने कब्जे में कर लिया। ग्रामीणों का कहना था कि स्कूल में एमडीएम के पैसों का घोटाला हो रहा है। ऐसे में स्कूल में तालाबंद की गई है। इसकी जांच हो और दोषियों पर कार्रवाई की जाये। ग्रामीणों ने शिक्षकों को बाहर कर स्कूल में ताला जड़ दिये और उसके पश्चात एक आवेदन प्रखंड कार्यालय स्थित बीडीओ और बीईओ को दिया। ग्रामीणों का कहना है कि विद्यालय में पांच शिक्षक है जो प्रतिदिन विद्यालय समय से नहीं आते है। 18 मई 2020 से दो जनवरी 2021 तक के बीच में केवल पंद्रह से बीस दिन ही वे विद्यालय आये है। बाकी दिन महीना में एक या दो दिन विद्यालय आकर शिक्षक उपस्थिति पंजी में अपना हाजिरी बना देते है। हर बार की भांति 31 दिसम्बर 2020 को आकाश ओझा विद्यालय आये और रसोइया मड़ई साह को स्कूल का चाभी लेकर बुलाया। जहां किसी बात को लेकर दोनों में बकझक भी हो गया। वहीं ग्रामीण झलकु साह, संदीप कुमार सिंह, ऋतिक कुमार सिंह, राहुल कुमार सिंह, जिसु सिंह, विनीत शर्मा, सुधीर कुमार सिंह, दीपक तिवारी, विक्की सिंह अंकुर सिंह सहित सैकड़ों का कहना है प्रधानाचार्य मधुसूदन राम विद्यालय भवन के रंग रोहण कराने के लिए आये पैसा और लॉकडाउन के दौरान बांटे जाने वाला चावल भी गबन कर गए है।
क्या कहते है हेडमास्टर
इस संदर्भ में हेडमास्टर मधुसूदन राम ने बताया कि इनका सभी आरोप गलत है। अभी 23 दिसम्बर को ही बीईओ रागनी कुमारी ने शिक्षक उपस्थिति की जांच की थी।ग्रामीणों ने स्कूल कार्यालय में घुस कर शिक्षक उपस्थिति रजिस्टर निकाल लिए है।
क्या कहते है बीडीओ
स्थानीय बीडीओ कुंदन कुमार ने बताया कि इस मामले की जांच कराई जाएगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सरकारी विद्यालय का ताला तोड़कर अभिलेखों की चोरी
एकमा| एकमा थाना क्षेत्र में एकसार पंचायत के नगरा गांव में स्थित नया प्राथमिक विद्यालय के कार्यालय और रसोई घर का ताला तोड़कर बीती रात अज्ञात असामाजिक तत्वों ने काफी उत्पात मचाया है। इस दौरान कार्यालय के फर्नीचर की तोड़फोड़ की गई है। असामाजिक तत्वों ने कार्यालय में रखे अलमीरा का ताला तोड़कर सभी तरह के दस्तावेजों की चोरी कर ली गई है। इस संबंध में प्रभारी प्रधानाध्यापक द्वारा एकमा थाने में लिखित आवेदन देकर विधिक कार्रवाई करने का आग्रह किया गया है। वहीं पुलिस आवेदन लेकर मामले की छानबीन में जुट गई है।
अबतक 424 हेडमास्टरों पर गिर चुकी है गाज, दो करोड़ का लग चुका है जुर्माना
जिले में एमडीएम में पहले से ही घोटाला होते आया है। इसका प्रमाण है कि अब तक शिक्षा विभाग की रिकार्ड के अनुसार करीब 424 हेडमास्टरों व शिक्षकों तथा अफसरों के खिलाफ एफआईआर और जुर्माना की कार्रवाई की जा चुकी है। इसमें सबसे अधिक कार्रवाई 2012 और 2017 में की गई है। 2017 में एक बार 17 प्रखंडों के 117 प्रारंभिक विद्यालयों के हेडमास्टरों पर एफआईआर की कार्रवाई और जुर्माना लगाया गया था। इसके अलावा करीब 550 से अधिक से शोकॉज व वेतन बंद की कार्रवाई की जा चुकी है। यहां बता दें कि एमडीएम निदेशालय की टीम ने समय-समय पर जिले के स्कूलों का औचक निरीक्षण किया था। उनके निरीक्षण में स्कूलों में एमडीएम संचालन में कई अनियमितता पायी गयी थी। वहीं आईवीआरएस से मॉनिटरिंग के क्रम में भी कई प्रकार की अनियमितता स्कूलों में मिली थी। टीम ने इन स्कूलों पर जुर्माना लगाते हुए कार्रवाई करने का आदेश दिया था। मालूम हो कि निरीक्षण में बच्चों की कम संख्या पायी गयी थी, पर अधिक संख्या दिखाकर एमडीएम राशि का घोटाला किया जा रहा था। औसत उपस्थिति को आधार मानते हुए जुर्माना लगाया गया था।
42 लाखे पर कुंडली मारे बैठे हैं हेडमास्टर
एमडीएम कार्यालय सूत्रों के अनुसार कुल 123 स्कूलों पर 48 लाख से अधिक का जुर्माना लगाया गया था। इनमें से छह स्कूलों ने 6.69 लाख रुपये जुर्माने की राशि जमा करा दी है। वहीं अभी 117 स्कूलों पर अभी भी 42 लाख 21 हजार रुपया बकाया है। इसी राशि को वसूलने के लिए कार्रवाई शुरू की गई है।
19 लाख का चावल घोटाला हो चुका है
मशरक के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी वीणा कुमारी ने मशरक थाना में देवरिया उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक मोहन साह पर एमडीएम के 19 लाख गबन करने की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। बीईओ वीणा कुमारी ने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मध्याह्न भोजन योजना के तहत मशरक थाना प्राथमिकी दर्ज कराई है।
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दैनिक भास्कर,,1733
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