दूसरे प्रदेशों से अप्रवासी लोगों का जिले में पहुंचने का सिलसिला दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहा है। लॉकडाउन में विभिन्न प्रदेशों में फंसे लोग किसी तरह अपने गांव घर में पहुंचना जारी है। ऐसे लोगों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। बाहर से लोगों का गांव मे आगमन होने से संबंधित ग्रामीण भयाक्रांत हैं। अधिकांश गावों में बाहर से पहुंचे लोगों का दल को गांव के मुहाने पर ही रोक रखा जा रहा है। कोराना संक्रमण के रोकथाम को जागरूक हुए ग्रामीण अप्रवासी लोगों को पूरी जांच पड़ताल कराने एवं क्वारेंटाइन में रहने की बात कह रहे हैं।
कई गांवों के लोगों ने बताया कि अप्रवासी लोगों के आने के बाद अब जिले में कोरोना पाॅजिटिव मरीज की संख्या बढ़कर 107 पहुंच गई है। इसकी रोकथाम के लिए हर लोगों को सचेत एवं जागरूक होने की जरूरत है। गांव के लोग अप्रवासी लोगों को प्रखंड या पंचायत लेवल पर क्वारेंटाइन सेंटर में रखने की मांग कर रहे हैं। रतनी प्रखंड के कंसुआ पंचायत के कुंडला निवासी भूषण शर्मा ने बताया कि उनके गांव में पंजाब से 20 लोगों का दल आया है, जिसे प्रशासनिक स्तर पर जांच पड़ताल कर कोरंनटाइन सेंटर में रखने की व्यवस्था की जानी चाहिये।
गांव के लोग फिलहाल अप्रवासी लोगों को गांव के मुहाने पर रोक कर रखे हैं। जांच पड़ताल कराकर ही अंदर आने की बात कह रहे हैं। इधर सरेया के अभय कुमार ने बताया कि उनके गांव में भी आधा दर्जन मजदूर बाहर से आए हैं जिनकी जांच पड़ताल एवं कुरान टाइम में रखने की कोई व्यवस्था नहीं है। इधर सदर प्रखंड के अमैन पंचायत के पूर्व मुखिया नरेश प्रसाद सिंह ने भी बताया कि उनके पंचायत में मोहनपुर के आधे दर्जन मजदूर सीधे घर आ गए हैं। जांच पड़ताल एवं क्वारेंटाइन सेंटर में नहीं रखे जाने से गांव के लोग भयभीत हैं।
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दैनिक भास्कर,,1733
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