स्टेट हाइवे 15 से बिछुआ जागीर से होते हुए पड़रिया खुर्द गांव तक पहुंचने के लिए बनी सड़क की एक ही साल में हालत इतनी बद से बदतर हो गई कि यहां से वाहन तो दूर पैदल निकलना भी किसी खतरे से कम नहीं हैं। कई लोग जान जोखिम में डालकर निकल रहे हैं तो कई ग्रामीणों ने इस सड़क का उपयोग करना ही बंद कर दिया है। जिसके चलते ग्रामीण अब 10 किमी का लंबा चक्कर लगाकर सुल्तानगंज या अन्य जगहों पर आना जाना कर रहे हैं।
सड़क दोबारा निर्माण के लिए ग्रामीण अब लामबंद हो चुके हैं और यही बजह है कि ग्रामीणों ने आंदोलन की रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। ग्रामीण पहले भी आवेदन देकर अफसरों को सड़क सुधार के लिए कह चुके हैं, लेकिन अभी तक किसी ने ध्यान नहीं दिया है, जिसके चलते ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल यह सड़क प्रधानमंत्री सड़क के अंतगर्त बनाई गई थी जो अभी भी गारंटी में है। लेकिन प्रधानमंत्री सड़क योजना विभाग के अफसर इस सड़क को नहीं सुधरवा रहे हैं। हालत यह है कि यह समझ नहीं आ रहा है कि सड़क गड्ढों में बनी है या सड़क में गड्ढे बने हुए हैं। प्रधानमंत्री सड़क विभाग के अफसरों ने बताया कि लोक निर्माण विभाग ने पड़रिया खुर्द से आगे दो नई सड़कों का निर्माण करवाया जिनके निर्माण के लिए ठेकेदार ने सामग्री लाने ले जाने के लिए इस सड़क का उपयोग किया।
ओवरलोड डंपरों के आवागमन के कारण सड़क क्षतिग्रस्त हुई है। सड़क की मरम्मत के लिए पीडब्लूडी के अफसरों और कलेक्टर को पत्र लिख चुके हैं। सड़क पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार ने ओवरलोड डंपर चलाकर खराब की है तो उसकी मरम्मत भी वहीं करेंगे। पड़रिया के किसान वीरेंद्र सिंह यादव का कहना है कि सड़क पूरी तरह खराब हो चुकी है, जिस पर निकलना बंद हो गया है इसीलिए हम लोगों को सुल्तानगंज सहित कहीं भी आने जाने के लिए 10 किलोमीटर घूम कर जाना पड़ रहा है, यह तो सही है कि इस रोड को डंपरों के आवागमन से ही खराब हुए हैं, लेकिन ग्रामीणों की क्या गलती है। जब डंपरों का आवागमन चालू हुआ था विभागीय अफसरों को रोक लगाना चाहिए थी। गांव के ही ब्रजेन्द्र सिंह यादव का कहना है कि हमने दोनों विभागों से शिकायत की है।
पीडब्ल्यूडी को भी पंचायत की तरफ से पंचनामा लिखकर सड़क ठीक करवाने लिखा है। संजय यादव का कहना है कि हम इतना तो नहीं जानते कि सड़क किसने खराब की पर हमें तो सड़क सुधर जाए इससे मतलब है, नहीं तो ग्रामीणों के साथ मिलकर अफसर और ठेकेदार के खिलाफ आंदोलन करेंगे।
ग्रामीण ने कहा- सड़क नहीं तो वोट नहीं
ग्रामीण संजय यादव ने बताया कि आने वाले समय में पंचायत चुनाव से लेकर विधानसभा, लोकसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में यदि सड़क सुधार नहीं किया गया तो ग्रामीण चुनाव का बहिष्कार करेंगे। यादव ने बताया कि सड़क निर्माण को लेकर अफसर तो अनदेखी कर ही रहे हैं लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधि भी ग्रामीणों की इस समस्या को लेकर आवाज नहीं उठा रहे हैं। आने वाले चुनाव में सड़क नहीं तो वोट नहीं दिया जाएगा।
पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार जिम्मेदार
इस सड़क को दो तीन दिन पहले जाकर मैंने मुआयना किया है सड़क की ऐसी स्थिति के लिए पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार जिम्मेदार हैं, स्वयं की दो सड़क बनाने के लिए गांव की इस सड़क से क्षमता से अधिक भार के वाहनों की आवाजाही करवाई। हमने पीडब्ल्यूडी को चिट्ठी लिखी हैं इसके अलावा कलेक्टर को भी अवगत कराया है। फिर भी किसी तरह हम जल्दी ही पूरी सड़क परफिर से डामरीकरण करवाएंगे।
राजेश शर्मा, सहायक प्रबंधक प्रधानमंत्री सड़क रायसेन।
जल्द करवाएंगे मरम्मत
कलेक्टर ने सड़क की मरम्मत के लिए पत्र लिखा है। हम ठेकेदार से कहकर इस सड़क को जल्दी ही ठीक करवाएंगे। ताकि ग्रामीणों का आवागमन सुलभ हो सके और परेशानियों का सामना न करना पड़े।
जाहिर कुरैशी एसडीओ, पीडब्ल्यूडी
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दैनिक भास्कर,,1733
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