नई दिल्ली: मंदिर मार्ग स्थित राजधानी के मशहूर बिड़ला मंदिर में स्थित नवग्रह मंदिर में लगी राहू-केतु की मूर्तियों को नुकसान पहुंचाने के आरोप में पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है। उसकी पहचान एकलव्य (45) के रूप में हुई। पुलिस जांच में पता चला कि वह शख्स मानसिक रूप से डिप्रेशन में था और उसी के चलते उसने इस घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके मंदिर मार्ग थाने में उसके खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, घटना शनिवार शाम करीब 4:30 बजे की है। मूल रूप से जम्मू के रहने वाले एकलव्य दिल्ली में रहते हैं और सरकारी नौकरी करते हैं। शनिवार को दोपहर बाद वह बिड़ला मंदिर पहुंचे और पीछे वाटिका में बने नवग्रह मंदिर में जाकर वहां लगी राहू-केतु की मूर्तियों को क्षतिग्रस्त कर दिया। तभी एक पुजारी की नजर उन पर पड़ गई और उसने तुरंत शोर मचा दिया, जिसके बाद लोग इकट्ठा हो गए और उन्होंने एकलव्य को पकड़कर पुलिस को कॉल कर दी। पुलिस ने जब मौके पर पहुंचकर छानबीन की, तो पता चला कि आरोपी की मानसिक हालत ठीक नहीं है और वह बेहद डिप्रेशन में हैं। तफतीश में जानकारी मिली कि एकलव्य बेहद धार्मिक किस्म के व्यक्ति थे और काफी पूजा-पाठ भी करते थे, लेकिन कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान उनके परिवार के तीन-चार करीबी सदस्यों का निधन हो गया, जिसके बाद से वह बेहद परेशान रहने लगे थे और उन्हें लगने लगा था कि राहू-केतु, शनि और अन्य ग्रहों की विपरीत दशा के चलते उनके परिवार के साथ ऐसा हुआ है। उसी का गुस्सा उनके मन में भरा हुआ था, जिसे उन्होंने मंदिर जाकर राहु-केतु की मूर्तियों को क्षतिग्रस्त करके निकाल था। सूत्रों के मुताबिक, सोमवार को दिल्ली पहुंचे एकलव्य के पिता ने पुलिस से आग्रह किया है कि उनकी स्थिति को देखते हुए उन्हें छोड़ दिया जाए, क्योंकि घर में उन दोनों के अलावा और कोई नहीं बचा है, लेकिन चूंकि पुलिस पहले ही इस बाबत केस दर्ज कर चुकी थी, ऐसे में पुलिस अधिकारियों ने उन्हें अदालत से इस बारे में अनुरोध करने की सलाह दी है।
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