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Tuesday, May 12, 2020

छापेमारी के क्रम में लैंड माइन्स बनाने में उपयोग होने वाला विस्फोटक भी बरामद

मिलीट्री इंटेलिजेंस के इनपुट पर सीआरपीएफ को बड़ी कामयाबी मिली है। इनपुट के आधार पर सोमवार की सुबह बोधगया थाना के पूर्वी क्षेत्र में चिन्हित एरिया में ऑपरेशन चलाया गया। जिसमे मिलिट्री इंटेलिजेंस और सीआरपीएफ की टीम के साथ बोधगया थाना की पुलिस शामिल थी। करीब डेढ़ घंटे तक चले ऑपरेशन के क्रम में बोधगया थाना अंतर्गत जॉनी बिगहा के समीप जंगल नुमा इलाके में एक नाले के पास छुपाकर रखे गए असलहे की बरामदगी करने में सुरक्षाबलों को सफलता मिली।

बरामद असलहे में दो कंट्री मेड राईफल, एके-47 के 18 कारतूस, एसएलआर के 12 और 12 बोर के चार जिंदा कारतूस हैं। कार्रवाई में हथियार-कारतूस के अलावे आईईडी में प्रयुक्त होने वाले विस्फोटक की भी बरामदगी की गई है। ऑपरेशन का नेतृत्व सीआरपीएफ के द्वितीय कमांडेंट अधिकारी पवन सिंह कर रहे थे। असलहे की बरामदगी के बाद सुरक्षा बलों की टीम ने आसपास के कुछ और इलाकों में दबिश दी। बरामद हथियार और कारतूस में जंग भी लगे हुए थे,। माना जा रहा है कि काफी समय से रखे जाने के कारण हथियार-कारतूस में जंग लगे थे। असलहे को साफ करते ही पुराने स्वरूप में आ गए।
नक्सली संगठन बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में था
मिलिट्री इंटेलिजेंस की टीम को गया स्थित सेना के ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी से 20 किलोमीटर के इलाके में नक्सलियों के देखे जाने की सूचना मिली थी। जिसके बाद सीआरपीएफ के साथ कार्रवाई की गई। कहा जा रहा कि नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फ़िराक में थे, पर चुस्त व्यवस्था के कारण अपनी मंशा में कामयाब नहीं हो सके हैं। हथियारों की बरामदगी के बाद सुरक्षाबलों की चौकसी और तेज क्र दी गई है। मोहनपुर, बोधगया, टनकुप्पा और फतेहपुर थाने की सीमा वाले क्षेत्र में नक्सलियों का पूर्व से मूवमेंट होने की सूचना भी मिली है।
750 मीटर पर मिला हथियार, नक्सलियों के ठहराव की आशंका
ऑपरेशन में मिली सफलता के बाद बोधगया डीएसपी सिंधु शेखर सिंह ने बताया कि इनपुट में मिले लोकेशन से करीब 750 मीटर की दूरी पर ये हथियार-कारतूस और विस्फोटक पदार्थ मिले हैं। उक्त क्षेत्र में नाले के बगल में प्लास्टिक में लपेटकर हथियार को रखा गया था। डीएसपी ने बताया कि इसका लिंक नक्सली संगठन या फिर आपराधिक गिरोह से हो सकता है, जिसकी जांच हो रही है। वहीं सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर धीरेन्द्र मिश्रा ने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है, नक्सली यहां पर पहुंचे थे। पर फिलहाल कोई सुराग और जानकारी नहीं मिल सकी है। ऑपरेशन में सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर धीरेन्द्र मिश्रा, विनोद कुमार, बोधगया थाना के एसआई मृत्युंजय कुमार आदि शामिल थे।
शीघ्र मामले का खुलासा होगा, संलिप्त तत्व धराएंगे: डीएसपी
असलहे बरामदगी के मामले का शीघ्र ही खुलासा करने की कोशिश शुरू कर दी गई है। संलिप्त तत्व गिरफ्तार किए जाएगें। इसके पीछे नक्सली हैं या बड़ा आपराधिक गिरोह, इन दोनों बिंदुओं पर भी पड़ताल चल रही है। -सिंधु शेखर सिंह, डीएसपी बोधगया।



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Explosives used to build land mines were also recovered during raids

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दैनिक भास्कर,,1733

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