कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में नया सत्र शुरू करने पर मंथन जारी है। विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया तो शुरू हो चुकी है लेकिन नामांकन कब तक होगा और कक्षाएं कब से चलेंगी, इस पर अनिश्चितता है। हालांकि पटना विश्वविद्यालय में कक्षाओं को शुरू करने की संभावित तिथि पांच नवंबर तय की गई है, लेकिन पाटलिपुत्र विवि में सिर्फ नामांकन शेड्यूल तय किया गया है।
पाटलिपुत्र विवि प्रशासन ने कक्षाओं को शुरू करने की तिथि तय नहीं की है। उधर, अब तक के नामांकन शेड्यूल के मुताबिक 31 अगस्त को दोनों विवि में आवेदन की तिथि समाप्त हो रही है। इस बार आवेदकों के मामले में पाटलिपुत्र विवि के कॉलेजों को अधिक तरजीह मिल रही है।
पीयू में यूजी-पीजी में आए सिर्फ 42 हजार आवेदन
पटना विवि में 29 अप्रैल से ही आवेदन प्रक्रिया शुरू हुई है। दो बार आवेदन की तिथि बढ़ाई जा चुकी है। फिलहाल 31 अगस्त तक यूजी कोर्सेज में आवेदन होंगे और पीजी के लिए 21 सितंबर तक आवेदन लिया जाएगा। लेकिन इस बार पटना विवि में आवेदकों की संख्या कम ही है।
न कोई पुराना कोर्स समाप्त हुआ है और न ही कोई नया कोर्स शुरू हुआ है। लेकिन आवेदकों की संख्या में अंतर आ गया है। पिछले साल यूजी कोर्सेज के लिए पटना विवि में 45,916 आवेदन आए थे। जबकि पीजी कोर्सेज के लिए 9929 आवेदन आए थे। इस बार यूजी-पीजी सभी कोर्सेज को मिलाकर लगभग 42 हजार आवेदन ही आए हैं।
पीपीयू : यूजी में 1.20 लाख से अधिक आवेदन
पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कॉलेजों के यूजी पाठ्यक्रमों में पिछले साल 1,07,108 सीटों के लिए 1,03,227 आवेदन आए थे। लेकिन नामांकन लगभग 90 हजार सीटों पर ही हुआ था। लेकिन इस बार लगभग 1.16 लाख यूजी की सीटों के लिए 1.20 लाख से अधिक आवेदन आ चुके हैं। आवेदकों की संख्या लगातार बढ़ी है। अभी आवेदन की तिथि 31 अगस्त तक है। पाटलिपुत्र विवि प्रशासन ने अभी पीजी कोर्सेज में नामांकन का शेड्यूल जारी नहीं किया है।
पीयू में विषयवार कॉलेज कम: पटना विवि में पिछली बार के मुकाबले कम आवेदन आए हैं। इसका सबसे बड़ा कारण, पीयू में विषयवार कॉलेजों की संख्या कम होना है। जैसे किसी छात्र को अगर कॉमर्स पढ़ना है तो उसे सिर्फ वाणिज्य महाविद्यालय और अगर आर्ट्स पढ़ना है तो पटना कॉलेज व बीएन कॉलेज में आवेदन करना होगा। जबकि पीपीयू में कॉलेजों के रूप में विकल्प ज्यादा हैं।
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दैनिक भास्कर,,1733
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