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Thursday, August 27, 2020

मार्केट खुला, चलने लगीं बसें, फिर कब तक लाॅक रहेंगे धार्मिक स्थल, व्यवस्थापकों ने कहा- अनुमति मिले, तो गाइडलाइन का होगा पालन

अनलॉक-3 का दायरा बढ़ गया है और अब अनलॉक 4.0 की तैयारी है। बिहार में बसों का परिचालन फिर से शुरू हो गया है। जल्द ही गाइडलाइन आने वाली है कि सोशल डिस्टेंस के साथ सभा-बैठक भी की जा सकती है। शादी-विवाह में भी जितना चाहे मेहमान बुलाया जा सकता है, शर्त इतनी है कि जगह दाेगुनी होनी चाहिए।

आवश्यक सेवाओं के नाम पर तमाम दुकानें खुल गई हैं। अन्य राज्यों में कई मंदिर भी खुल गए हैं7 लेकिन, बिहार में भगवान अभी तक लॉक ही हैं। मंदिर-मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारा सभी जगह ताला जड़ा है। अब धर्मस्थलों को अनलॉक करने को लेकर आवाज मुखर होने लगी है।
इस संदर्भ में दैनिक भास्कर ने पटना के कुछ प्रमुख मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा और चर्च से जुड़े प्रमुख लोगों से बात की। व्यवस्थापकों ने एक स्वर से कहा कि जब सभी आवश्यक सेवाएं खुल सकती हैं, तो धर्मस्थल पर ही प्रतिबंध क्यों? उनकी राय है कि सरकार कोई ऐसी गाइडलाइन तय करे, जिसमें लोग सोशल डिस्टेंस के साथ कोरोना से जुड़े सुरक्षा नियमों को पालन करते हुए दर्शन कर सकें। पेश है रिपोर्ट...

मंिदर नहीं खुलने से भक्त बेचैन
महावीर मंदिर के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने कहा कि मंदिर नहीं खुलने से भक्त बेचैन हैं। नैवेद्यम की बिक्री नहीं होने से 55 कारीगर बेकार बैठे हैं। मंदिर की आमदनी से ही महावीर आरोग्यम संस्थान, महावीर कैंसर हॉस्पिटल, महावीर नेत्रालय और हृदय रोग संस्थान संचालित है। अयोध्या में राम रसोई भी चल रही है। लेकिन मंदिर की आमदनी बंद है। श्री बड़ी पटन देवी के महंत विजय शंकर गिरी ने कहा कि माता के पट भी भक्तों को लिए खोला जाना चाहिए। मानकों का पालन होगा।

यहां आने से इंसान बनते हैं इंसान
इमारत-ए-शरिया के कार्यवाहक नाजिम माैलाना शिबली अल कासमी ने कहा-सामान बनाने की फैक्ट्री खुल गई है, पर इंसान काे इंसान बनाने वाले मस्जिद, मंदिर, चर्च व गुरुद्वारा बंद हैं। इन्हें अब खाेला जाना चाहिए। खानकाह मुनीमिया, मित्तनघाट के सज्जादानशीं माैलाना शमीम अहमद मुनअमी, पटना जंक्शन जामा मस्जिद के सदर फैसल इमाम और जमाएत-ए-इस्लामी हिंद बिहार के क्षेत्रीय अमीर माैलाना रिजवान अहमद इस्लाही ने भी कहा-धार्मिक स्थल खुलने चाहिए।

आजतक नहीं बंद हुए थे आयोजन
अल्पसंख्यक ईसाई संघ के सचिव एसके लॉरेंस ने कहा-1855 से कुर्जी चर्च है। तब से आज तक कभी यहां धार्मिक आयोजन बंंद नहीं हुए। कोरोना के कारण प्रार्थना, मिस्सा पूजा समेत हर तरह के धार्मिक आयोजन बंद हैं। लगभग आठ हजार ईसाई समुदाय के लोग इस चर्च से जुड़े हैं। मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा व चर्च भी खुलना चाहिए। इसके लिए सरकार के आदेश का इंतजार है।

लोग मत्था टेकेंगे ताे मिलेगी शांति
तख्त श्री हरिमंदिर जी प्रबंधक समिति के महासचिव सरदार महेंद्र पाल सिंह ढिल्लन ने कहा कि प्रशासन पूरी तरह से अनलॉक प्रक्रिया की घोषणा करे ताकि देश-विदेश से आने वाली संगत को सुविधा मिल सके। पंजाबी बिरादरी के पूर्व अध्यक्ष गुरुदयाल सिंह ने कहा कि जल्द से जल्द गुरुद्वारा समेत सभी धर्मस्थल खुलने चाहिए। लोग अाएंगे और मत्था टेकेंगे तो उन्हें आध्यात्मिक शांति मिलेगी।



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Market open, buses started running, then how long the religious places will remain locked, the administrators said - If permission is given, then guideline will be followed

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दैनिक भास्कर,,1733

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