कोरोना लॉकडाउन में लौटे प्रवासी श्रमिकों के परिवार की महिलाएं भी अब आत्मनिर्भर बनेंगी। इन महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए जिले के सकरा प्रखंड के सरमस्तपुर में सेनेटरी नैपकिन बनाने के काम से जोड़ा गया है। सोमवार को सरमस्तपुर पंचायत सरकार भवन पर जीविका व बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड की ओर से सेनेटरी नैपकिन उत्पादन से संबंधित संवाद व कार्यक्रम का आयाेजन किया गया।
इसमें इसे लेकर बनाए गए कलस्टर का उद्घाटन किया गया। मुख्यमंत्री कुशल श्रमिक उद्यमी कलस्टर योजना के तहत सच्ची सहेली सेनेटरी नैपकिन उत्पादन सहकारी समिति लिमिटेड सरमस्तपुर ने प्रवासी श्रमिक परिवाराें को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए यह कार्यक्रम का आयोजन किया था। दरअसल, जिले के अलग-अलग प्रखंडों में विभिन्न उत्पादों के निर्माण के लिए कलस्टर बनाकर प्रवासियों को जोड़ा गया है।
जीविका के सहयोग से पुल निर्माण निगम कलस्टर के लिए संसाधन उपलब्ध कराएगा। जीविका के प्रबंधक संचार बलराम कृष्ण ने कहा कि जिले में सेनेटरी नैपकिन बनाने का पहला कलस्टर होगा। मौके पर सकरा बीडीओ, सीओ, उपप्रमुख मदन प्रसाद सिंह, मुखिया प्रमोद गुप्ता, सरपंच सुशील कुमार, लोजपा प्रखंड अध्यक्ष राजकुमार कुशवाहा, ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन के रौशन कुमार, सुमित कुमार समेत सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे।
जीविका दीदी ने सैनिटरी नैपकिन बनाने की विधि बताई
समारोह में जीविका दीदी ने सेनेटरी नैपकिन बनाने की विधि प्रवासी श्रमिक परिवार की महिलाअाें काे बताई। वे मशीन से भी पैड बनाएंगी। कहा कि औरतों की स्वच्छता को लेकर काफी अभियान चलाए जा रहें हैं और ऐसा होने से औरतों के बीच स्वच्छता उत्पादों को लेकर काफी जागरूकता बढ़ रही है।
स्वच्छता उत्पादों की मांग ग्रामीण क्षेत्रों में भी, इसलिए मार्केट बड़ा
सैनिटरी पैड स्वच्छता उत्पादों की श्रेणी में आनेवाले उत्पादों में से एक है, जिसकी अब रूरल एरिया में भी काफी डिमांड बढ़ गई है। जीविका के प्रबंधक संचार के अनुसार महिलाएं अपने स्तर से मार्केटिंग करेंगी। उत्पादन बढ़ने पर हॉस्पिटल, स्कूल एवं महिला छात्रावास से भी जोड़ने में जीविका की दीदी सहयोग करेगी।
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दैनिक भास्कर,,1733
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